Add To collaction

Lekhny Story -11-Apr-2025

शीर्षक - मन और हम ...... सोच 

***************

मन और हम ही होते हैं।

जिंदगी के साथ रहते हैं।


मन और हम तुम संग हैं।

जीवन की राहें साथ है।


चाहत और मोहब्बत होती है।

मन और हम एक सोच रखते है।


आज में ही मन और हम  होते हैं।

आजकल छल फरेब स्वार्थ रखते हैं।


आओ चार दिन खुशी  के जीते हैं।

मन और हम एक सोच रहती हैं।


शब्द अल्फाज़ विचार कहते हैं।

मन और हम ही किरदार निभाते हैं।


संग साथ बस चाहत मन और हम है।

हां ,मन और हम सभी की सोच  होती हैं।

**************

नीरज कुमार अग्रवाल चंदौसी उ.प्र

   0
0 Comments